सोनभद्र। डाला (अर्जुन सिंह) जहां सरकार पंचायत स्तर पर विकास कराने में लगी है वही ग्राम प्रधान फर्जी भुगतान गांव में निजी हित के लिए कराकर अपना जेब भरने में लगे है। ग्राम पंचायत हर्रा में ग्राम प्रधान द्वारा किये गए भ्रस्टाचार की चर्चा सुर्खियों में है। विकास खण्ड चोपन अंतर्गत ग्राम पंचायत हर्रा में पेयजल की समस्या की शिकायत भरी जानकारी में पूर्व ग्राम प्रधान हर्रा रामदुलारे गोंड ने बताया कि मेरे दरवाजे पर हुए बोर को वर्तमान ग्राम प्रधान अखिलेश द्वारा सचिव की मिली भगत में रिबोर के नाम पर लाखों का भुगतान कर भ्रस्टाचार किया है। यह हैंडपंप पूर्व के समय में लगाया गया था लेकिन सचिव की मिली भगत में बंदरबाँट का खेल खेला गया। यह जानकारी तब हुई जब मैं अपने नाम पर फर्जी हुए रिबोर के भुगतान के सम्बन्ध में ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर देखा। पूर्व ग्राम प्रधान हर्रा रामदुलारे गोंड ने बताया कि वित्तीय अनियमितता में वर्ष 2020-21 में ग्राम पंचायत हर्रा में मेरे नाम से घर के पास हैंडपम्प बोर के कार्य पर 16.12.2020 को बाउचर सं०-5THSFC/ -5THSFC/2020-21/P/8 से 82447 रूपये का भुगतान कर कार्य कराया गया था जिसको पुनः वर्तमान ग्राम प्रधान अखलेश द्वारा दुबारा मेरे ही नाम पर घर के पास उसी बोर को दुखा कर रिबोर फ़र्ज़ फर्जी से बाउचर सं० XVFC/2022-23/P/50 से धनराशी 92100 रूपये फर्जी तरिके से पंचायत खाते से निकाल कर सरकारी धन की लूट एवं बन्दरबाट किया गया है। वैसे तो निष्पक्ष जांच हो तो कई मामले भ्रस्टाचार के सामने आएंगे। सहायक विकास अधिकारी द्वारा जांच की पुष्टि हो चुकी है। कार्यवाही कर दोषियों के प्रति कड़ी कार्यवाही आवश्यक है। भ्रस्टाचार में हुआ भुगतान नियम विरुद्ध है तथा वित्तीय अनियमित्ता की श्रेणी में आता है, धनराशि वसूली की जाय है।
Author: Pramod Gupta
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