दुद्धी, सोनभद्र। स्थानीय तहसील मुख्यालय पर स्थित एक निजी धर्मशाला में आज शुक्रवार को त्रिस्तरीय पंचायत में आरक्षण की मांग को लेकर आदिवासियों ने एक बैठक की।बैठक के मुख्य अतिथि श्रवण सिंह गोंड रहे। उन्होंने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिसकी जनसंख्या जितनी उसकी भागीदारी उतनी होनी चाहिए। उसी को लेकर आज काफी संख्या में आदिवासी समाज के लोग दूर दराज से इकट्ठे होकर चुनाव प्रक्रिया को लेकर भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इकट्ठे हुए।आगामी पंचायत चुनाव में आदिवादियों की भागीदारी बढ़ चढ़ कर होगी जिसके लिए शासन स्तर से पैरवी की जाएगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रामविचार टेकाम ने कहा कि आदिवासी समुदाय को एकजुट होकर अपनी भागीदारी का एहसास दिलाने की जरूरत हैं। उन्होंने आदिवासी समाज को एक होकर रहने का अनुरोध किया ताकि सरकार हमारी बातों को सुन सके। उन्होंने बताया कि हम लोग अपनी बातों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे। हमारा सोनभद्र आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के नाते हमारी जनसंख्या के अनुपात में भागीदारी मिलनी चाहिए। बताया कि प्रदेश के 19 जिलों में आदिवासी निवास कर रहे हैं। जिसके लिए ग्राम पंचायत चुनाव में अनुसूचित जनजाति के लिए 334 सीटें तो आरक्षित हैं लेकिन उन जिलों में अधिक सीटे दे दी गई हैं जहाँ हमारी संख्या नाममात्र के हैं। उन्होंने कहाँ कि सोनभद्र में सबसे अधिक आदिवासी निवास करते हैं यहां जनसंख्या के अनुपात में 131 सीटें होनी चाहिए लेकिन सरकार द्वारा मात्र 28 सीटें दी गई हैं। इसी तरह ललितपुर, मिर्ज़ापुर में भी कम सीटें आरक्षित की गई हैं जो जनसंख्या के अनुपात में काफ़ी कम हैं।इस मौके पर फ़ौदार सिंह परस्ते, सुषमा सिंह गौड़, शम्भू सिंह, नागेश्वर गौड़, विजय सिंह, विष्णु सिंह एड.,प्रभु सिंह गौड़, रामरती गौड़, विनोद कुमार आयाम, लल्लन खरवार, रामफल गोंड, रमाशंकर खरवार सहित अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन फ़ौदार सिंह परस्ते ने किया।









