बीजपुर/सोनभद्र (विनोद गुप्त)जरहा वनरेंज क्षेत्र के विभिन्न नदियों सहित रिहंद जलाशय से अबैध बालू खनन सम्बन्धित शीर्षक से रविवार को खबर प्रकाशित होने के बाद महकमा नीद से जागा और डीएफओ रेणुकोट भानेन्द्र सिंह के निर्देश पर आनन फानन में ठुरुक्की नदी से बालू खनन कर बेचने जा रहे एक ट्रैक्टर को रविवार की मध्यरात्रि बकरिहवा तिराहे से पकड़ कर यह सिद्ध कर दिया कि अबैध खनन का गोरखधंधा यहाँ अनवरत जारी है।सूत्रों पर भरोसा करें तो अबैध खनन में संलिप्त विभागीय वन बीट में तैनात दो पुराने वन दरोगा सहित वनरक्षक की संलिप्तता बताई जा रही है दोनों वन दरोगा किसके इशारे पर अबैध खनन को पिछले तीन महीने से संचालित करा रहे थे या विभागीय अधिकारी जाँच कर इनपर कब कार्रवाई करते हैं अथवा मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा यह सब जनचर्चा का विषय बना हुआ है।जानकारी के अनुसार अभी तक जरहा रेंज में तैनात रेंजर अपना आवास एनटीपीसी रिहंद परियोजना आवासीय परिसर में बना रखे थे लेकिन वर्तमान रेंजर रमेश कुमार मौर्या अपना आफिस और आवास पुराना रेंज कार्यालय इंजानी में उठा ले गए हैं बताया जाता है कि यह सब अबैध खनन में बदनाम जरहा रेंज की स्थिति को सुधारने की नीयत से उन्हों ने ऐसा किया है लेकिन विभागीय भीषण विभाग की साफ सुथरी छबि बनाने की बजाय अधिकारी के निर्देश की अवहेलना कर वन विभाग की लंका ही जलाने पर आमादा हैं।बहरहाल पकड़े गए ट्रैक्टर को विभाग ने इंजानी रेंज परिसर में खड़ा कर लिया है देखना यह है कि और भी ट्रैक्टर टीपर पकड़े जाते हैं या महज कागजी कोरमपूर्ण कर अबैध खनन का गोरखधंधा रुक रुक कर पूर्व की भांति चलता ही रहेगा।जानकारी के लिए रेंजर रमेश कुमार मौर्या को फोन किया गया लेकिन उनका फोन कवरेज क्षेत्र से बाहर होने के कारण बात नही हो पायी जिससे विभागीय पक्ष नही मिल पाया।वन दरोगा लवलेश सिंह ने ट्रैक्टर पकड़े जाने और रेंज परिसर में खड़ा कराने की पुष्टि की है।
