नगवां/ सोनभद्र (कन्हैयालाल) वरून संस्था के बैनर तले तीन दिवसीय शिक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन 10 गावों में किया गया। वन क्षेत्र में आदिवासी,बंचित समुदाय निवास करते उनके बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए डोर टू डोर सम्पर्क व मीटिंग के माध्यम से कार्यकर्ताओं के द्वारा अलख जगाने का कार्य किया गया। आदिवासी बंचित समुदाय का विकास तभी होगा जब अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा से जोड़ने का कार्य करेंगे। शिक्षा एक ऐसी सम्पत्ति है कि मनुष्य को सर्वांगीण विकास की धारा से जोड़ने का कार्य करता है।
अभियान में कार्यकर्ताओं के द्वारा विशेष बल दिया गया कि मनुष्य के जीवन में जितना महत्व भोजन, कपड़े, मक्का, हवा, और पानी है उससे कहीं अधिक महत्व शिक्षा का है। शिक्षा हमारे देश कि प्रगति के लिए बहुत जरूरी है।
अभियान के नेतृत्व कर्ता- आर के गुप्ता ने कहा कि बुनियादी शिक्षा के साथ साथ हर अभिभावक को उच्च से बालक व बालिकाओं को जोड़ने की जरूरत है उसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
हर अभिभावक को बालकों के समान बालिकाओं का अवसर देने की जरूरत है क्योंकि बालिका शिक्षित होती है तो दो घरों को संभालती है इसलिए बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की सख्त जरूरत है।
वरुन संस्था के सचिव डॉक्टर एसपी सिंह ने अभियान कर्ता साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के हर तब के को शिक्षा के लिए आगे आने की जरूरत है बिना शिक्षा के इंसान का विकास नहीं हो सकता और शिक्षा से ही इंसान के अंदर सोचने समझने की क्षमता का विकास हो पायेगा।
शिक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम का समापन वन क्षेत्र के ग्राम बीरनचुआ में हुआ।
कार्यक्रम का संचालन आर के गुप्ता ने किया ।
अभियान कर्ता साथियों में बिन्दु कुमार, संतोष कुमार, गोर्धन,भवन, विनोद, पप्पू, रविन्द्र, कन्हैयालाल,बजरंग, अमित,सरोज, प्रशान्त, राजकुमारी,बबलू,आदि सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से सफल आयोजन किया गया।

Author: Pramod Gupta
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