(राकेश गुप्ता)
दुद्धी/सोनभद्र:परिवार में लड़का जन्म होने की खुशी मातम में उस समय बदल गयी जब नवजात बच्चे ने 6 दिनों के भीतर दम तोड़ दिया|स्थानीय सीएचसी पर बुधवार की रात्रि रोते बिलखते परिजन नवजात को अपने घर ले गए और गुरुवार को बच्चे का अंतिम संस्कार कर किया|परिजनों का आरोप था कि बच्चे के रोने की शिकयत पर बुधवार को सुबह भर्ती कराया भर्ती के उपरांत उचित उपचार नहीं मिलने के कारण बच्चे ने दम तोड़ दिया| झारोखुर्द निवासी सुशील कुमार की पत्नी शोभा देवी को 23 फरवरी दिन शुक्रवार को स्थानीय सीएचसी पर प्रसव कराया गया ,प्रसव उपरांत शोभा ने एक लड़के को जन्म दिया| रविवार को जच्चा – बच्चा को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी |घर जाने के बाद बच्चा कुछ अंतराल पर रोने लगा तो परिजनों ने इसे सामान्य बात सोच कर उसके लालन पालन में लग गए लेकिन दो दिनों बाद बच्चे को लगातार रोने की शिकायत पर परिजन बुधवार की सुबह स्थानीय सीएचसी भर्ती कराया चिकित्साधीक्षक डॉ शाह आलम ने बच्चे को भर्ती कर अधीनस्थों को उपचार हेतु निर्देशित कर जिले पर मीटिंग में चले गए,इसके बाद उपचार के दौरान नवजात ने दम तोड़ दिया| इस मामले चिकित्साधीक्षक डॉ शाह आलम ने बताया कि एक बच्चा सीरियस हाल में अस्पताल में भर्ती किया गया था ,जिसे जिला अस्पताल ले जाने को परिजनों को सलाह दिया गया था लेकिन वे नहीं ले गए उन्होंने बताया कि परिजन बच्चे को जब अस्पताल से छुट्टी कर घर ले गए थे तो नाभि में राख लगा दिए थे | बच्चे का उपचार यही अस्पताल में किया जा रहा था लेकिन बच्चे ने दम तोड़ दिया| बच्चा टेटनस के कारण रो रहा होगा या झटका आने से स्वास की नली में दूध चला गया होगा इस कारण वह रो रहा होगा| बच्चा सीरियस था डॉ देख रहे थे लेकिन वह नही बच सका ,उपचार में लापरवाही का आरोप बेबुनियाद है|
