सोनभद्र/रॉबर्ट्सगंज (विशाल टंडन) बिजली निगम के निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का प्रदर्शन लगातार 222वें दिन भी जारी रहा। रॉबर्ट्सगंज बिजली विभाग के खंड कार्यालय पर बुधवार को पूर्वाचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के क्रम में पूरे देश के 27 लाख विद्युत कर्मियों के साथ ही सोनभद्र जनपद में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति व राज्य विद्युत परिषद जुनियर इंजीनियर संगठन के बैनर तले सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक जनपद के समस्त अवर अभियंता, अभियंता, तकनीशियन समेत सभी विधुत कर्मियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में नारे भी लगाए। कर्मचारियों का कहना है कि इस फैसले से आम जनता को भी काफी परेशानी होगी और सरकार को भी नुकसान होगा।
प्रदर्शन के दौरान ई.रत्नेश सेठ ने कहा की ऊर्जा प्रबंधन पूर्वांचल व दक्षिणाचल डिस्काम को निजी हाथों में देने की तैयारी कर रही है जो जनविरोधी, कर्मचारी विरोधी व युवा विरोधी फैसला है। हम इसका विरोध करते है इसके लिए यह सांकेतिक प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकारी सेवाएं ज़ब तक सरकारी हाथों में होती है तभी तक आमजन की पहुंच में होती है। इसलिए हम आमजन मानस से भी अपील करते हैं कि वे इस लड़ाई में हमारा सहयोग करें। रत्नेश सेठ ने बताया कि इस प्रदर्शन से विद्युत आपूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।हमारा कोई भी उद्देश्य आमजन को तकलीफ देने का नहीं है। विरोध प्रदर्शन हमारा संवैधानिक अधिकार है हमें अपने भविष्य की, युवाओं के रोजगार की और किसानों को जो सब्सिडी मिलती है उसकी चिंता है। यदि हमारी मांगे पूरी नहीं होती हैं तो उच्च केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश होगा तो हम जेल भरने के लिए भी तैयार हैं।
प्रदर्शन के दौरान जूनियर इंजीनियर संगठन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद उपखंड अधिकारी धर्मेंद सिंह, प्रदीप गुप्ता, राहुल सुंदरम, आशीष शुक्ला शिवम गुप्ता, अवर अभियंता कमलेश बिंद. कन्हैया तिवारी शैलेश प्रजापति चंदन गुप्ता कार्यालय सहायक विजेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, कृष्णा सोनी समेत जनपद के समस्त कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित रहे।

Author: Pramod Gupta
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