चंदौली (नौगढ़) जयमोहनी स्थित वन रेंज कार्यालय परिसर में दैनिक वेतनभोगी वन कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को भी पांचवें दिन जारी रहा। कर्मचारियों ने शासन व न्यायालय के आदेशों की अवहेलना, न्यूनतम वेतन, स्थायीकरण और श्रमिक अधिकारों की अनदेखी जैसे मुद्दों को लेकर आक्रोश प्रकट किया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने चेताया कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।
संघ का आरोप– आदेशों की जानबूझकर अनदेखी, वन विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कर्मचारी संघ के नेताओं ने कहा कि विभाग जानबूझकर उच्च न्यायालय के आदेशों को लागू नहीं कर रहा है। इससे वर्षों से सेवा दे रहे दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का भविष्य अधर में है। उन्होंने निजीकरण और ठेका प्रथा को भी आड़े हाथों लिया।
जिम्मेदारों पर हो कार्रवाई
संघ ने यह भी आरोप लगाया कि शासन और उच्च न्यायालय के निर्देशों की अनदेखी कर अधिकारी न केवल कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं, बल्कि न्यायालय की अवमानना भी कर रहे हैं। उन्होंने दोषी अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की।
संघ की चेतावनी- आंदोलन और तेज़ होगा
जिला संरक्षक रमाशंर यादव, अध्यक्ष भोरीक यादव, मंत्री अफरोज़ ख़ान समेत, जिलाजीत , सुदामा, रामसुबाष,हसन, मंजु, उषा, कलावती आदि कर्मचारियों ने साफ कहा कि यह आंदोलन अब सिर्फ अधिकारों की लड़ाई नहीं, बल्कि सम्मान और न्याय की लड़ाई है। अगर शासन-प्रशासन ने शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाया, तो जिम्मेदारी उनकी होगी।
कर्मचारियों का संकल्प- पीछे नहीं हटेंगे
धरनास्थल पर मौजूद कर्मचारियों ने एकजुटता के साथ कहा कि अब वे आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं और यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक मांगे पूरी नहीं हो जातीं।

Author: Pramod Gupta
Hello