सोनभद्र/ बीजपुर (विनोद गुप्त) जरहा वनरेंज क्षेत्र में बम्बू मिशन के अंतर्गत 10 हेक्टेयर जमीन में बांस प्लांटेशन लगाने के नाम पर सेक्शन अधिकारी द्वारा फर्जी बिल बाउचर के जरिए लाखों रुपए सरकारी धन का बंदर बांट करने की खबर से महकमे में खलबली मची हुई है। जानकारी होने पर क्षेत्र के प्रबुद्धजनों ने शासन स्तर पर विन्दुवार जाँच करा कर सम्बन्धितों पर कार्रवाई की मांग की है। निजी सूत्रों से मिली जानकारी पर गौरकरें तो जरहा वन रेंज के कम्पार्ट नम्बर 8 में सरकार के मंशानुसार 2024 –25 में बम्बू मिशन के अंतर्गत 10 हेक्टेयर जमीन में लगभग 8 हजार बांस के पौधों का वित्तीय वर्ष के पहले प्लांटेशन कराना था लेकिन विभागीय कर्मी ऐसा न कर सम्बन्धितों की मिली भगत से कागजों में ही मिर्जापुर के एक नर्सरी से बांस के पौधे लाए इसके एवज में ट्रक से ट्रांसपोर्टिंग खर्च दिखाया गया गढ्ढा खुदाई पौध ढुलाई पौधा लगवाई खाद दवाई टैंकर से पानी सिंचाई पौधों की निराई गुड़ाई लदवाई उतरवाई प्लांटेशन की सुरक्षा के लिए आधा दर्जन वन सुरक्षा प्रहरियों की तैनाती दर्जनों मजदूरों से पौधों की लगवाई गढ्ढा भरवाई आदि के नाम पर कागजी खाना पूर्ति कर पिछले फरवरी माह में ही लाखों रुपए के बिल बाउचर बना कर वित्तीय मार्च क्लोजिंग से पहले सरकारी धन को खजाने से निकाल कर बंदर बाँट कर लिया गया।
जब कि मौके पर केवल सुरक्षा खाई और बाँस लगाने के लिए खोदे गए गढ्ढो के अलावा तत्काल में लगे कुछ बाँस के पौधे पानी के अभाव में दमतोड़ते जरूर दिखाई दिए बाकी प्लांटेशन की जमीन खाली पड़ी है।बताया तो यहां तक गया कि इस गोलमाल के खेल में कम्पार्ट नम्बर 8 में पहले से तैनात वन रक्षक को अन्यत्र क्षेत्र में ट्रांसफर कर अपने चहेते सेक्शन अधिकारी से बिल बाउचर बनवाया गया और सेटिंग गेटिंग वाले बैंक एकाउंट में धन ट्रांसफर करा कर सरकारी धन हजम कर लिया गया।
सूत्रों पर विश्वास करें तो बम्बू मिशन के अंतर्गत बांस प्लान्टेशन जुलाई 2024 में करना था जो तय समय पर नही किया। यह सब खेल बजट वापस न जाय इस लिए फर्जी तरीके से फाइलों में ही बांस के प्लांटेशन को हरा भरा दिखा कर शासन को फर्जी रिपोर्ट भेज दी गयी।जनचर्चा पर गौरकरें तो यह एक उदाहरण है जरहा वन रेंज में इस तरह के कई ऐसे कार्य फाइलों में ही दिखा कर धन का बंदर बाँट किया गया है।
बांस प्लांटेशन में हुए गोलमाल की खबर जैसे ही सुर्खियों में आयी तो मंगलवार 3 जून सुबह सिरसोती के स्थानीय नर्सरी से बांस के पौधों को ट्रैक्टर से लोड कर इस भीषण जून के तपते गर्म महीने में ट्रैक्टर से लाकर अब पौधरोपड़ किया जा रहा है। सम्भवतः किसी की गर्दन न फंसे इस लिए सुनियोजित बांस प्लांटेशन को जुलाई से पहले जून महीने में ही लगाने की योजना है।

Author: Pramod Gupta
Hello