परिजन ने विद्यालय प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप, चोपन थाने में दी तहरीर
सोनभद्र/चोपन शिक्षक को ईश्वर से बड़ा दर्जा दिया गया है, विद्यालय में शिक्षक गुरु के साथ ही बच्चों का अभिभावक भी होता है और उसे बच्चों के प्रति संवेदनशील भी होना चाहिए लेकिन इसके विपरीत जब शिक्षक बच्चों के साथ संवेदनहीन हो जाये तो इससे शिक्षा के साथ साथ शिक्षकों की गरिमा भी प्रभावित होती है। चोपन नगर स्थित गुरुद्वारा इंटर कालेज चोपन की कक्षा आठवीं की एक छात्रा के साथ गुरु जी की संवेदनहीनता का मामला सामने आया है। मामले में छात्रा के अभिभावक ने विद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामले की तहरीर चोपन थाने को सौंप कर न्यायोचित कार्यवाही की गुहार लगाई है। पुलिस को दी तहरीर में अभिभावक अनिरुद्ध सिंह निवासी ग्राम बघनारी ने कहा है कि उसके भाई की लड़की जो गुरुद्वारा इंटर कॉलेज में कक्षा आठवीं की छात्रा है और दिनांक 29 अप्रैल को घर से विद्यालय आते समय रास्ते में पहाड़ी रास्ते पर साइकिल से गिरकर चोटिल हो गई फिर भी स्कूल की पढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए विद्यालय आयी। स्कूल की सातवीं घंटी में जो मैथ की थी उसमें शिक्षक द्वारा होमवर्क न करने की सजा के तौर पर क्लासरूम में खड़ा होने का फरमान सुनाया गया। छात्रा ने अपने चोटिल होने और खड़ा न हो पाने की बात की जिसे बहाने बाजी कह अनसुना करते हुए पूरी घंटी खड़ा रखा। शाम को घर पहुँच कर छात्रा ने जब आप बीती बताई तो परिजनों ने तत्काल उसे सोनभद्र ले जाकर एक्सरे कराया तो पैर में फ्रेक्कर मिला और प्लास्टर कराया गया। इस बाबत जब अभिभावक ने स्कूल के सम्बंधित शिक्षक से मोबाइल पर बात की तो शिक्षक द्वारा अमर्यादित ढंग से बात की। विद्यालय के व्यवहार से आहत अभिभावक ने थाने में तहरीर देकर न्यायोचित कार्यवाही की गुहार लगाई है।
