सोनभद्र। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत् जनपद में 04 ब्लॉकों (नगवों, चोपन, म्योरपुर, बभनी) एवं रावर्टसगंज नगरीय क्षेत्र में एमडीए अभियान के प्रभाव का मूल्यांकन करने हेतु ट्रॉसमिशन एसेसमेन्ट सर्वे का कार्य किया जाना है। इस सर्वे के लिए मुख्य विकास अधिकारी सोनभद्र की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि टॉस अभियान के दौरान 6-7 आयुवर्ग के बच्चों की जाँच क्यूएफएटी टेस्ट किट से की जायेगी। यह जाँच एक मई से बीस मई के मध्य की जायेगी। यदि चिन्हित सैम्पल साइज की रिपोर्ट दो प्रतिशत से ज्यादा धनात्मक पायी जाती है तो उक्त मूल्यांकन इकाई/ब्लॉको में फिर से दो वर्ष के लिये एमडीए अभियान चलाया जायेगा। लेकिन यदि सैम्पल साइज का धनात्मक दो प्रतिशत से कम पाया जाता है तो उक्त ब्लॉक वैलीडेशन एसेस्मेन्ट में जायेगा, जिसके पश्चात् उक्त मूल्यांकन इकाई में माना जायेगा कि स्वस्थ्य व्यक्ति में माइकोफाईलेरी का ट्रॉसमिशन नहीं हो रहा है और वह मूल्यांकन इकाई एमडीए मुक्त मानी जायेगी। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 अश्वनी कुमार, अपर/उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, डी०सी० एम०डी०एम०, उपायुक्त स्वतः रोजगार, जिला मलेरिया अधिकारी, अधीक्षक सामु० स्वा०केन्द्र नगवों, चोपन, म्योरपुर, बभनी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी रावर्टसगंज अर्बन, जोनल कोआर्डिनेटर डब्लू०एच०ओ०, एस०एम०ओ० डब्लू०एच०ओ०, कार्यालय जिला मलेरिया अधिकारी समस्त अधिकारी, कर्मचारी, उपस्थित रहें।

Author: Pramod Gupta
Hello