सोनभद्र। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के कार्यकर्ताओं ने बिजली के निजीकरण के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने जिला मुख्यालय पर जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और 6 मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
बिजली के निजीकरण पर रोक- पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का निर्णय वापस लेने की मांग की गई।
स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक- निजीकरण के उद्देश्य से स्मार्ट मीटर लगाने के आदेश को वापस लेने की मांग की गई।
संविदा कर्मियों की बहाली- मार्च 2023 में हटाए गए संविदा कर्मियों को तत्काल बहाल करने की मांग की गई।
ओबरा और अनपरा परियोजनाओं का कार्य- 2×800 मेगावाट क्षमता की ओबरा डी और अनपरा ई परियोजनाओं का कार्य उ.प्र. राज्य विद्युत उत्पादन निगम को सौंपने की मांग की गई।
पारेषण में निजीकरण पर रोक- पारेषण में टेरिफ बेस्ड कॉम्पटीटिव बिडिंग के नाम पर निजीकरण का निर्णय वापस लेने की मांग की गई।
विद्युत परिषद का पुनर्गठन- उ.प्र. राज्य विद्युत परिषद के विघटन के फलस्वरूप हुई क्षति को देखते हुए पुनर्गठन की मांग की गई। इस प्रदर्शन में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें कामरेड आर के शर्मा, कामरेड बसावन गुप्ता और कामरेड अमरनाथ सूर्य प्रमुख थे।

Author: Pramod Gupta
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