सोनभद्र/भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह बबलू के जनपद आगमन पर हिंदूआरी तिराहे पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉक्टर धर्मवीर तिवारी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया तत्पश्चात रॉबर्ट्सगंज में भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक आकाश जायसवाल के प्रतिष्ठान पर स्वागत एवं सम्मानित किया गया इसके बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की कहा कि सोनभद्र में कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह बबलू ने घोषणा की कि सोनभद्र में पर्यटन क्षेत्र के विकास के साथ-साथ कुश्ती दंगल खेल को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
बताया कि सोनभद्र में कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए संगठन के साथ जिला प्रशासन से मिलकर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में युवाओं को कुश्ती दंगल खेल में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि सोनभद्र में पर्यटन क्षेत्र के विकास के साथ-साथ कुश्ती दंगल खेल को भी बढ़ावा देने से इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि संगठन के साथ जिला प्रशासन मिलकर इस क्षेत्र में कुश्ती दंगल खेल के लिए आवश्यक सुविधाएं भी प्रदान करेगा।
संजय सिंह बबलू ने कहा कि जनपद में कुश्ती के खेल को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि देशहित में वक्फ बोर्ड बिल लाना बहुत ही जरूरी था। उन्होंने आगे कहा कि कुश्ती को आदिवासी क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए जनपद का दौरा करना मुख्य उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि एशिया चैंपियनशिप में भारत को दस पदक मिले हैं और कुश्ती महासंघ विवादों से अलग हो चुका है। उन्होंने कहा कि लगातार पांच ओलंपिक खेल में कुश्ती ही मेडल दे रहा है। उन्होंने आगे कहा कि कुश्ती महासंघ में पदाधिकारी बनने के लिए 70 साल या टर्म में तीन बार का नियम है।
उन्होंने कहा कि नौजवानों से मिलकर खेल के प्रति जागरूक करना ही लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि मन और तन स्वस्थ रहेगा तभी युवा नशे की तरफ नहीं जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि कुश्ती में गद्दे का प्रयोग होने से लड़कियां आगे बढ़ रही हैं और वाराणसी में आज सात बच्चियां नेशनल स्तर कुश्ती लड़ रही हैं।इस मौके पर जताशंकर सिंह सतीश राय बच्चन पांडे मनीष अग्रहरी अभिषेक राय मुकेश सोनी प्रकाश श्रीवतास्तव योगेश सिंह प्रशांत चौबे रवी तिवारी राहुल शर्मा सत्यम सोनी अभय शाशिकांत चौबे आदि लोग मौजूद रहे
