सोनभद्र/कर्मचारियों की कमी अग्निशमन विभाग की एक गंभीर समस्या है। अग्निशमन विभाग की भूमिका आग और अन्य आपातकालीन स्थितियों में लोगों की सुरक्षा और बचाव के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कर्मचारियों की कमी से अग्निशमन विभाग की क्षमता प्रभावित हो सकती है, जिससे आग और अन्य आपातकालीन स्थितियों में प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने में कठिनाइयाँ आ सकती हैं। जानकारी के अनुसार जनपद सोनभद्र मे अग्निशमन विभाग मे फायर मैन के कुल 53 पद के सापेक्ष 32 फायर मैन है। अग्निशमन अधिकारी, द्वितीय अधिकारी के सात पद है ज़ब की केवल एक ही अग्निशमन अधिकारी मुख्यालय पर है। वही जिले मे कुल फायर टैंकर की बात करे तो छोटी बढ़ी कुल सात फायर टैंकर एवं दो रेसक्यू वाहन है। जिनको चलाने के लिए कुल सात चालक के पद है ज़ब की वर्तमान मे केवल चार ही चालक अग्निशमन विभाग के पास है। अग्निशमन अधिकारी करन सिंह यादव ने बताया की सबसे ज्यादा परेशानी फायर टैंकर के चालक की कमी से है क्यों की आपात स्थिति मे घटना स्थल पर फायर टैंकर को उसके प्रशिक्षित चालक ही ले जा सकते है। गर्मी के दिनों मे आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती है। एक साथ कई जगह की सुचना मिलने पर परेशानी बढ़ जाती है। हालांकि कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए अपने उच्चाधिकारीयों से पत्राचार किया जा रहा है और उम्मीद है की जल्द ही इस समस्या का हल किया जायेगा।
वही आम जनता की बात की जाए तो आग लगने की घटना पर समय से फायर ब्रिगेड ना पहुंचे पर वह हमेशा अग्निशमन विभाग को ही दोषी मानते हैं। इसलिए शासन प्रशासन को भी जल्द से जल्द अग्निशमन विभाग में कर्मचारीयों की कमी को दूर करना चाहिए। वही अग्निशमन विभाग को भी अपने संसाधनों और उपकरणों को भी अद्यतन करना चाहिए ताकि वे आग और अन्य आपातकालीन स्थितियों में प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया दे सकें।
