बीजपुर(सोनभद्र)पिपरी पावरहाउस से कुंडाडीह नधिरा बभनी बीजपुर उपकेंद्र के लिए लायी गयी वर्षो पुरानी जर्जर हो कर चौपट हो चुकी 33 केवीए के उपकरण से ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में बितरण निगम के कर्मियों को पसीना आ रहा है कर्मचारियों के लिए जर्जर उपकरण गर्मी में मुसीबत बना हुआ है।यही हाल बारिश तथा हल्की बूंदा बांदी और ठंडी हवा चलने पर होता है 33 केवीए पिपरी से आने वाली सप्लाई बार बार फाल्ट होने के कारण 24 घण्टे में 7 से 8 घण्टा सप्लाई बन्द रहती है।इसके बावजूद जब 33 केवीए की सप्लाई किसी तरह ठीक होती है तब तक 11 केवीए और एलटी लाइन के तार टूट कर गिरने लगते हैं विभाग के पास स्टोर में पर्याप्त उपकरण का अभाव है।जर्जर उपकरण बदलने के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र में सरकार के 18 घण्टा बिजली आपूर्ति का निर्देश हवाहवाई हो गया है।बताया जाता है कि बिजली बिल की वसूली तो गली मुहल्ले चट्टी चौराहे गाँव गाँव कैम्प लगा कर उपभोक्ताओं के घर से शतप्रतिशत की जाती है लेकिन तार पोल उपकरण के मरम्मत और रखरखाव के नाम पर बितरण निगम फूटी कौड़ी तक खर्च नही करना चाहता यही कारण है कि पिछले 20 वर्ष पहले लगाए गए अधिकांश पोल टूट कर अपनी जगह से गायब हैं तार और उपकरण जर्जर होकर खराब हालत में पहुँच गए हैं। पोल के अभाव में 11 केवीए और एलटी लाइन के झूलते तार बांस बल्ली पेड़ के सहारे बांध कर लाइनमैन किसी तरह आपूर्ति की खानापूर्ति कर रहे है।गनीमत है कि झूलते तारों अथवा आयेदिन गिर रहे तार की चपेट में आ कर कोई बड़ा हादसा नही हो रहा है जर्जर उपकरण कब तक बदले जायेगें यह कोई बताते की स्थिति में नही है।जानकारी के लिए एक्सईएन पिपरी दिलीप कुमार को फोन किया गया लेकिन शुक्रवार को उनका फोन समूचे दिन ब्यस्त मुंड में होने के कारण बात नही हुई।
