बीजपुर(सोनभद्र)एबीएसए विश्वजीत कुमार और संकूल शिक्षक के षडयंत्र के चक्रव्यूह में फंसे कंपोजिट विद्यालय बीजपुर के अध्यापकों और बच्चों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। षडयंत्र और साजिश के कारण राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में बीजपुर की कब्बड्डी टीम को झटका लग ही चुका है अब छात्रों और विद्यालय विकास फंड के लिए आए लाखों रुपए के एसएमसी फंड के लैंप्स होने का भी खतरा मंडराने लगा है।एबीएसए द्वारा अपने चहेते संकूल शिक्षक के साथ मिल कर रचे गए इस षडयंत्र में एसएमसी फंड लैंप्स होने के बाद कुछ और शिक्षकों पर गाज गिरना तय माना जा चुका है।जानकारी के अनुसार शासन द्वारा विद्यालय विकास एवं विद्यालय में होने वाले विभिन्न गतिविधियों इको क्लब माता उन्मुखीकरण खेल सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि के लिए कंपोजिट ग्रांट विद्यालयों के खातों में धन भेज कर हर हाल में 31 मार्च तक पैसा निकाल कर उपभोग करने का आदेश दिया गया है पैसा न निकलने की दशा में पूरा धन लैंप्स हो जाएगा। बताया जाता है कि कंपोजिट विद्यालय बीजपुर में भी उक्त मद में लाखों रुपए आ चुके है। अंदरखाने से सूत्रों की माने तो इसी सरकारी धन की बंदर बाट के लिए आशारानी के निलंबन से लेकर शिक्षकों को विद्यालय से हटाए जाने का चक्रव्यूह एबीएसए द्वारा रचा गया है।गौरतलब हो की एबीएसए द्वारा अपने चहेते संकूल शिक्षक को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाने की कोशिश भी की जा चुकी है। लेकिन वरिष्ठता क्रम को ले कर मामला विवाद में पड़ जाने के कारण विगत ढाई महीने से प्रधानाध्यापक का पद खाली होने से शासन से आए लाखों रुपए का आहरण किस से कराया जाए इसका जुगाड सेटिंग गेटिंग चालू कर दिया गया है।अब देखना यह होगा कि एबीएसए म्योरपुर किसे सेट कर उक्त धन की निकासी कराते हैं।
उधर इस संबंध में अभिभावकों ने कहा कि बच्चो और विद्यालय विकास के लिए आए धन का बंदरबाट कर दुरुपयोग किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।एसएमसी अध्यक्ष सुधा देवी ने कहा कि उन्हें नवंबर माह में एसएमसी का अध्यक्ष बनाया गया है वर्ष 2024-25 के एसएमसी ग्रांट से क्या कार्य कराया गया है जानकारी नहीं है। आशारानी मैडम के निलंबन के बाद किसे प्रधानाध्यापक बनाया गया यह भी जानकारी नहीं दिया गया है विद्यालय से टीचरों को हटा देने से पढ़ाई बाधित हुई है अधिकारियों को छात्र हित में जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए।
