सोनभद्र/ विकास खण्ड नगवां ब्लॉक के दुरुह क्षेत्रों के प्राथमिक व कम्पोस्ट विद्यालयों में मिड-डे मील में मिलने वाला दुध बुधवार को नहीं मिला सूत्रों के अनुसार पहाड़ी क्षेत्र में जितने भी सरकारी विद्यालय है उनमें से लगभग विद्यालय का हाल बेहाल है सरकार गरीब आदीवासी बच्चों के लिए चाहे जितनी बेवस्था कर दे लेकिन उसका लाभ बच्चों को नहीं मिलने वाला कोइ विद्यालय पर तो मास्टर सेटिंग के तहत डिप्युटी करते उ 0 प्रा 0 विद्यालय नौडीहा में अध्यापक उपस्थित नहीं थे कोदई और बाराढाड में भी बच्चों को दुध नहीं मिला मानक को ताक पर रख कर मिड-डे मील गैस सिलेंडर के जगह लकड़ी पर बनाया जा रहा है लेकिन शिक्षा के प्रति जिम्मेदार अधिकारी कभी भी गरीब आदिवासी विद्यालय पर ध्यान नहीं देते विद्यालय के रंगाई पुताई के साथ सफाई पर तो किसी का ध्यान ही नहीं है नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया की खण्ड शिक्षा अधिकारी नगवां को अगर किसी प्रकार की सुचना भी दिया जाता है तो जांच के नाम पर आफिस पर बुला के केवल खाना पूर्ती कर दिया जाता
मिडिया के द्वारा अध्यापकों की अनुपस्थिति व विद्यालय से कई दिनों तक गायब रहने की खबर कई बार प्रकाशित किया गया लेकिन किसी के उपर कोई कार्रवाई वाही नहीं किया गई इस संबंध में खण्ड शिक्षा अधिकारी नगवां से पुछा जाता है तो टाल माटोलकर जबाब दिया जाता है जबसे नगवां के शिक्षा की जिम्मेदारी साहब के हाथों में मिली है तब से अध्यापकों की मौज कट रही है।
बेपटरी शिक्षा व्यस्था से बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है जिससे अभिभावकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है शिक्षा के गिरते स्तर के लिए जिम्मेदार कौन , सूत्रों की माने तो खंड शिक्षा अधिकारी के संक्षरण में शिक्षकों की मौज है जांच के नाम पर खानापूर्ति कर अपनी जेब भरने का कार्य किया जा रहा है इस संबंध में P9 bharat news ने बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र से जानकारी लेना चहा तो मोबाइल नंबर नाट रिचिबल बताया अभिभावकों ने जिलाधिकारी सोनभद्र का ध्यान आकृष्ट कराते हुए लापरवाह शिक्षक और खंड शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध जांचकर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
