दुद्धी/सोनभद्र (राकेश गुप्ता) विंढमगंज रेंज के जोरकहु, कोरगी एवं डुमरा की तरफ के जंगलों में लकड़ियों की कटान खूब होने का मामला प्रकाश में आया है। सर्द मौसम में जहा एक ओर जिम्मेदार ठिठुरन महसूस कर जंगलों में घूमने से परहेज कर रहे है वहीं दूसरी तरफ लकड़हारों सहित कीमती लकड़ियों के तस्कर जंगलों को वीरान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। पिछले महीने जंगलों से खूब पेड़ो की डालियों का कटान कर बालू साइटों की सड़के बनाई गई अब उन्हीं पेड़ो की कटान कर ढूंलान का कार्य होने लगा है।जलावन के नाम पर ग्रामीणों द्वारा मोटे मोटे पेड़ो को काटा जा रहा है वहीं कीमती पेड़ो की कटान भी इसी के दौरान की जा रही है और लोगों के द्वारा एक एक कर के इन्हें कही न कही स्टोर भी किया जा रहा है।जंगलों में कीमती लकड़ियों के ठूठ से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि कटान इन क्षेत्रों में खूब हो रही है।पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने बताया कि वनाच्छादित क्षेत्रों में जलौनी के नाम पर हरे पेड़ो की कटान विंढमगंज रेंज के विभिन्न गांवों के जंगलों में खूब हो रही है।दिन में महिलाए पेड़ो की डालियों को या जड़ो से काट देती है और पुरुष मौका देखकर या रात्रि में ढलान करते है।जंगलों से कीमती लकड़ियों की कटान कर बल्ली बनाकर ढोते है जिसमें वन विभाग की भूमिका संदिग्ध है।
उक्त मामले में वन क्षेत्राधिकारी इमरान खान ने सेलफोन पर बताया कि संबंधित दरोगा से मामले की जांच कराता हु।