सोनभद्र। पुलिश अधिक्षक अशोक कुमार मीणा कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कुंभ खत्म होते ही बडी कार्यवाई की पुलिस विभाग में एक साथ लगभग 250 पुलिस कर्मियों पर बडी कार्यवाई करते हुए एक थाने से दुसरे थानों पर स्थानांतरण किया गया है। इसके बाद जिले के कई थाना प्रभारी काफी दिनो से एक ही थाने पर जमें है। वही उपनिरीक्षक व मुंशी कई वर्षों से एक ही थाने पर जमकर मलाई काट रहे है। सभी के तबादले को लेकर चट्टी चौराहे पर चर्चा शुरु।
जिले के मुखिया पुलिश अधिक्षक अशोक कुमार मीणा की अगला रडार मुंशी /उपनिरीक्षक दरोगा पर कार्यवाई की आस
अरसो से जमे एक ही थानों पर पुलिश, हेड कांस्टेबल कुछ को ही हटाया गया वो भी एक साथ एक थाने से दुसरे थानों पर किया गया है। एक ही थानों पर कई वर्षो से रह रहे सभी का तालमेल बरकरार है। सभी पुलिश कर्मी को अलग अलग थानों पर हटाया जाना जनहित में न्योचित था। एक साथ रह रहे पुलिसकर्मियों को एक ही साथ एक ही थाना अलॉटमेंट करने पर भ्रष्टाचार कम नहीं होगा जनहित को देखते हुए इन सभी पुलिसकर्मियों को अलग-अलग स्थान पर किया जाना चाहिए अब देखना यह है की अरसो से जमें एक ही थानों पर रह कर काटरहे मलाई मुंशी/ उपनिरीक्षक जो जादे दिनो से थाने पर रहते हुए क्षेत्र में अपनी काफी पैठ बनाकर थानों पर आने वाले फरियादियों से भ्रष्टाचार का खेल खेल रहे है। सूत्रों से जानकारी के अनुसार थाने पर जो भी फरियादी अपनी समस्या लेकर जाता है इन सभी कांस्टेबल हेड कांस्टेबल मुंशी से संपर्क करना पडता है। तभी कोई काम फरियादियों का होता है। कई वर्षों से रह रहे एक ही थानों पर अपनी पहचान बना लिए है। इन लोगों का क्षेत्र में काफी पकड़ माना जाता है। काफी दीनों से थानों पर रहते हुए भ्रष्टाचार कर रहे हैं। सूत्रों से माने तो थाने पर तैनात मुंशी बिना लेनदेन का कोई भी कार्य फरियादियों का नहीं होता है। जो ईमानदार मुखिया के छवि को धूमिल तो कर ही रहे हैं। सरकार के मंसा अनुरुप कार्य करते हुए सरकार के मनसा पर पानी फेर रहे हैं। इन सभी भ्रष्ट पुलिश कर्मियों के ऊपर कार्यवाई करने की सोनभद्र के मुखिया का ध्यान आकृष्ट कराया गया है।
