सोनभद्र (समर सैम) भारतीय जनता युवा मोर्चा सोनभद्र के जिला महामंत्री विनय श्रीवास्तव को भारतीय जनता पार्टी मेन विंग का मण्डल अध्यक्ष घोषित किया गया। जनपद के नामचीन समाजसेवी एवं युवा भाजपा नेता विनय श्रीवास्तव अल्पायु से ही जनहित के मुद्दे पर संघर्ष करते रहे हैं। बसपा एवं सपा सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ विनय श्रीवास्तव समय समय पर धरना प्रदर्शन कर जनजागरूकता को धार देते रहे हैं। प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे की संस्तुति उपरांत जुझारू एवं कर्मठ भाजपा कार्यकर्ता विनय श्रीवास्तव को जिला सोनभद्र के राबर्ट्सगंज का मण्डल अध्यक्ष नामित किया गया। इससे पहले विनय श्रीवास्तव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भाजपा के अनुसांगिक इकाईयों में विभिन्न पदों पर रहते हुए अपनी सेवायें दे चुके हैं। 2010 से 2013 तक विनय श्रीवास्तव ने हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष रहते हुए अपनी संघर्ष शीलता का अद्भुत परिचय दिया था। तक़रीबन 1998 से ही उन्होंने सक्रिय राजनीति में अपना दमख़म दिखाना शुरू कर दिया था। आरएसएस के प्राथमिक संघ से शाखा कार्यवाह तक अपनी कार्यशैली की छाप छोड़ते रहे। 2010 से 2013 तक हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष रहते हुए सराहनीय कार्यों को अंजाम दिया।
2008 से 2010 तक हिन्दू जागरण मंच के नगर अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने सपा सरकार की कुरीतियों और भ्र्ष्टाचार को लेकर ज़ोरदार धरना प्रदर्शन भी किया। इस दौरान उन्हें पुलिस की लाठियां भी खानी पड़ी। परन्तु निर्भीकता के साथ जनहित के मुद्दे को लेकर अपनी आवाज़ बुलंद करते रहे। इस पर भी सपा सरकार जब उनके तेवर को ढीला नहीं कर पाई तो उनपर तमाम फर्जी मुकदमें लाद दिए गए। सपा सरकार में खनन माफियाओं द्वारा सिंडिकेट बनाकर अवैध खनन एवं परिवहन का व्यापक खेल खेला जा रहा था ,इस मुद्दे को लेकर विनय श्रीवास्तव ने जमकर धरना प्रदर्शन किया। इस गंभीर मुद्दे पर उग्र प्रदर्शन करते हुए विनय श्रीवास्तव ने वाराणसी शक्तिनगर हाइवे की रफ़्तनी भी रोक दी थी। क्योंकि उसवक्त व्यापक पैमाने पर अवैध खनन कर ओवर लोड परिवहन किया जा रहा था। इससे जहां एक ओर सरकार को व्यापक पैमाने पर राजस्व की हानि हो रही थी। वहीं दूसरी ओर ओवरलोड परिवहन के चलते सड़कें छतिग्रस्त हो रही थी। इसके चलते आये दिन दुर्घटनाएं हो रही थी। जिसके चलते बेगुनाह राहगीरों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा था। इससे व्यथित होकर विनय श्रीवास्तव लगातार धरना प्रदर्शन करते रहे। सपा सरकार की कार्यशैली से नाराज़ जनता जब भी विरोध का स्वर बुलन्द करती थी, तो उसकी अगुवाई करने विनय श्रीवास्तव सामने आ जाते थे। इस को लेकर पुलिस इतना ऐक्टिव हो गयी थी कि अधिकांश मामलों में उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया जाता था। पुलिस अधीक्षक सोनभद्र की जानिब से उनके घर के बाहर दिन रात पुलिस का कड़ा पहरा बैठा दिया जाता था। ताकि विनय श्रीवास्तव के बग़ैर जनता की आवाज़ को जल्दी शांत कराया जा सके। लेकिन इसके बाद भी जनहित के मुद्दों पर सपा सरकार के ख़िलाफ़ वह निरन्तर आन्दोलन करते रहे हैं।
विनय श्रीवास्तव ने संघ एवं भाजपा के लिए समय समय पर दिए गए दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वाहन किया। बेदाग साफ सुथरी छवि के चलते उन्हें मण्डल अध्यक्ष नामित किया गया। जुझारू एवं संघर्ष
शील नेता विनय श्रीवास्तव को अध्यक्ष बनाये जाने पर जनपद की जनता में हर्ष की लहर दौड़ गई। राबर्ट्सगंज स्थित उनके आवास पर मुबारकबाद पेश करने वालों का तांता लगा हुआ है। स्थानीय लोगों का मानना है कि विनय श्रीवास्तव के मण्डल अध्यक्ष बनने से भारतीय जनता पार्टी पहले से भी ज़्यादा सशक्त होकर उभरेगी।
Author: Pramod Gupta
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