बीजपुर/सोनभद्र (विनोद गुप्त) डोडहर गावँ निवासी पंडित लखपति दुबे के यहाँ चल रहे श्रीमद भागवत महापुराण कथा का मंगलवार को भव्य भंडारे के साथ समापन हो गया। कथा के सातवे दिन सोमवार की शाम अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका पूज्य प्राची देवी ने अपने अमृतमयी वाणी से जरासंध युद्ध विदुर के घर पर भगवान का केले के छिलके खाना कृष्ण और इंद्रा का युद्ध पारिजात के पौधे को धरती पर लाना यदुवंश की समाप्ति ज्ञान प्राप्ति के बाद राजा परीक्षित की मृत्यु और सुदामा कृष्ण के मित्रता की मार्मिक कथा सुनकर श्रोताओं को भावुक कर दिया। कथा वाचिका ने अपने गीतों रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया और मीठे रस से भरियो री राधारानी लागे महारानी लागे।
मन कारो कारो यमुना जी के पानी लागे पर पंडाल में बैठे श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। आयोजक रामजी द्विवेदी अखिलेश दुबे राजेश दुबे और विनय दुबे ने अतिथि के रूप में पहुँचे राजेन्द्र सिंह बघेल पत्नी सुलोचना सिंह बघेल आर पी गुप्ता गिरजा शंकर पांडेय अनिल मेहता वीएस उपाध्याय एनटीपीसी से आये अमित धीमान सहित सभी अतिथियों का हृदय से स्वागत कर सम्मानित किया।
कथा वाचिका ने अपने सम्बोधन में रुद्राक्ष साउंड ज्योति टेंट राजेश स्टूडियो समेत मीडिया बंधुओं कथा आयोजक दुबे परिवार तथा उपस्थित समस्त श्रोताओं की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए सभी को धन्यवाद दिया।
*भव्य भंडारे का आयोजन*
मंगलवार को यज्ञ हवन के उपरांत भव्य भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें आसपास के हजारो भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया और पुण्य के भागीदार बने।
भंडारे को सफल बनाने में रुद्रदेव दुबे,मनीष जायसवाल,गणेश शर्मा,श्रीराम यादव,शिवकान्ति दुबे,रामबरन वैश्य के साथ समस्त दुबे परिवार लगा रहा।