बीजपुर(सोनभद्र) दुधहिया माता मंदिर प्रांगण में बेड़िया हनुमान मंदिर के महंत मदन गोपाल दास के सानिध्य में संगीतमय श्रीरामकथा अमृत वर्षा के अंतिम दिन राम रावण युद्ध राम लक्ष्मण माता सीता के साथ रामादल की सेना के साथ भगवान राम का अयोध्या आगमन राजाराम के रूप में राज्याभिषेक की कथा के बाद श्रीराम कथा का विधिविधान पूर्वक समापन किया गया। हिमांचल से पधारे अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक राममोहन दास रामायणी ने अपने मार्मिक अंदाज में कथा के दौरान माता सवरी के आश्रम का ब्याख्यान वाली सुग्रीव की घमासान लड़ाई रामेश्वरम में समुंद पर पुल निर्माण सहित हनुमान का लंका में माता सीता का पता लगाने के लिए प्रवेश लंका दहन सहित अनेक मार्मिक और रोचक कथा प्रसंग के साथ युद्ध मे लक्ष्मण को लगी शक्ति बाण से मूर्क्षित होने और कुंभकर्ण सहित रावण वध की कथा को तार्किक ढंग से प्रस्तुत कर श्रोतावृन्द को हर्षित कर दिया।इस दौरान बीच बीच मे श्रीराम चरित्र मानस की चौपाई और भजन “तेरे दरबार की हाजिरी सबसे बढ़िया सबसे खरी”राम भक्त ले चला रे राम की निशानी”शीश पे खड़ाऊ अँखियों में पानी”मईया का ठानी मन मे राम सिया भेज देइ ने वन में “की सुंदर प्रस्तुति ने लोगों को थिरकने पर विवश कर दिया।पंडाल में जय श्रीराम के उदघोष से आसपास का इलाका गुंजायमान हो गया।
इस अवसर पर इन्द्रेश सिंह,यसवंत सिंह,अनिल त्रिपाठी,श्रीराम यादव,संतोष गुप्ता, सचिन सिंह, मनीष यादव,सुनील तिवारी, मौजूद रहे।
