बीजपुर/सोनभद्र (विनोद गुप्त) नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होते ही स्कूल चलो अभियान के साथ स्कूल बन्द करो अभियान की नौटंकी एक बार फिर सुरु होने वाली है। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश की आड़ में म्योरपुर ब्लॉक क्षेत्र में चलने वाले गैर मान्यता प्राप्त नीजि विद्यालयों को अप्रैल माह में बन्द कराने और एफआईआर दर्ज कराने की धमकी एबीएसए द्वारा पिछले तीन सालों से दिया जा रहा है लेकिन आज तक एक भी विद्यालय न बन्द हुए न ही किसी पर एफआईआर दर्ज कराया गया।बताया जाता है की शासन और उच्चाधिकारियों के निर्देश का हवाला देकर हर साल नोटिस और जॉच के नाम पर लाखों रुपए की धन उगाही की जाती है।गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची पर गौरकरे तो म्योरपुर ब्लॉक क्षेत्र में शिक्षा अधिकारी की नाक के नीचे दर्जनों विद्यालय कुकुरमुत्ते की तरह उनकी मिली भगत के तहत संचालित कराए जा रहे हैं।अबैध विद्यालयों के संचालक एबीएसए के साथ उनकी गाड़ी में बैठ कर घूमते सेवादारी चरण वंदना और चाटुकारिता करते हुए अक्सर दिखाई देते हैं।सोसाइटी में रजिस्ट्रेशन और ग्राम प्रधान तथा जन प्रतिनिधियों के संरक्षण का आधार बना कर सालों से चल रहे गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों को बंद करने की नौटंकी इस बार फिर चालू होने वाला है।हास्यास्पद बात तो यह है कि म्योरपुर खण्ड विकास कार्यालय के 100 मीटर दूर स्थित बेथल इंग्लिश मीडियम स्कूल बीईओ की नाक के नीचे वर्षों से चल रहा है।ऐसे ही गैर मान्यता प्राप्त बिद्यालय क्षेत्र के गली मोहल्ले गाँव गाँव मे खोल कर आधुनिक पढ़ाई लिखाई का झांसा देकर अभिभावकों बच्चों का शोषण कर मलाई काट बंदर बांट कर रहे है।मान्यता प्राप्त विद्यालयों के संचालको का कहना है की अधिकारी ही गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों को संरक्षण दे कर हर साल कागजी खेल खेलते हैं।सब से पहले एबीएसए से इसका हिसाब लेना चाहिए की पिछले साल उन्होंने कितने गैर मान्यता विद्यालयों को बंद कराया था या केवल धन उगाही के लिए ऐसे विद्यालयों को उनके द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है।सटीक जानकारी के लिए एबीएसए म्योरपुर विश्वजीत को फोन किया गया लेकिन उन्हों ने फोन नही उठाया।
