(P9 भारत न्यूज़) की खास रिपोर्ट
– सुविधा शुल्क के दम पर अनफिट वाहनों को दिया जा रहा फिटनेस सर्टिफिकेट
सोनभद्र। उप संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियो की अवैध कमाई का खामियाजा जिले की भोलीभाली जनता को अपनी जान गवाकर भुगतना पड़ रहा है। बतादे कि वाहनों की पूरी तरह जांच कर फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने की जिम्मेदारी निभाने वाले एआरटीओ कार्यालय के एक चर्चित अधिकारी द्वारा सुविधा शुल्क लेकर अनफिट वाहनों को भी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया जा रहा है, इससे संबंधित अधिकारी की जेब तो भर रही है, लेकिन वही दूसरी तरफ फिटनेस सर्टिफिकेट लेकर सड़को प्रतिदिन दौड़ रहे अनफिट वाहनों की वजह से आएदिन हो रहे हादसे में राहगीरों के खून से सड़के लाल हो रही है।
बगैर जांच पड़ताल के बाटा जा रहा सर्टिफिकेट
बतादे कि एआरटीओ कार्यालय के चर्चित अधिकारी के संरक्षण में एक कर्मी द्वारा टैबलेट के कैमरे से वाहनो का फोटो खींचकर सर्वर में अपलोड किया जाता है। बाद मनमाने रुपये लेकर वाहन चालक को फिटनेस सर्टिफिकेट दे दिया जा रहा है। वाहन को सर्टिफिकेट जारी करने से पहले न उसे चला कर देखा जा रहा कि यह सड़कों पर दौड़ने लायक है या नहीं। स्टेयरिंग की स्थिति क्या है। इंजन किस हालत में है। वाहन के ब्रेक काम कर रहे हैं या नहीं। वाहन में स्पीड गवर्नर लगा है या नही। इस व्यवस्था के चलते सड़कों पर अनफिट वाहन दौड़ रहे हैं और आएदिन हो रहे हादसे में लोगो को अपनी जान गवानी पड़ रही है। उधर मामले में एआरटीओ कार्यालय के आरआई आलोक यादव से संपर्क कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन वे अपने कार्यालय में मौजूद नही मिले। लिहाजा उनका पक्ष नही लिया जा सका ।

Author: Pramod Gupta
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