(अरविंद गुप्ता)
रामगढ सोनभद्र चतरा विकाड खंड के सिलथम गांव में रविवार को बैठक हुई संपन्न कार्यक्रम के अध्यक्षता लल्लू धाँगर ने की बैठक में धाँगर जाति को हिन्दी में अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र तहसील से निर्गत करने का मुद्दा प्रमुख रहा धाँगर जाति ही अन्य राज्यों में आदिवासी जाति के अन्तर्गत आते है बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बंगाल, उड़ीसा, आदि राज्यों में उराँव जाति के नाम से इन्हें जाना जाता है जो अनुसूचित जनजाति के अन्तर्गत हैं लेकिन उ0प्र0 में धाँगर नाम से हैं इसलिए सोनभद्र जिले के धांंगर जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिले. बैठक में वक्ताओं का कहना था की जबतक धाँगर जाति को हिन्दी में अनुसूचित जाति का जाति प्रमाण पत्र नही मिलेगा। और जनजाति का दर्जा नही मिलेगा ।तब तक हमारी लड़ाई पूरे धाँगर समाज की तरफ से शासन प्रशासन से जारी रहेगी बैठक में मुख्य रूप से पूर्व जिला पंचायत सदस्य मुन्ना धाँगर, बुध्दिनारायण धाँगर,विनय धाँगर संजय धांँगर, रामचन्द्र धाँगर, कमलेश धांगर ,अनिल धांँगर, बसन्तू धाँगर, सूर्य मोहन धाँगर, रमेश धाँगर समेत धाँगर समाज के तमाम लोग उपस्थित मौजूद रहे
