सोनभद्र/ रॉबर्ट्सगंज (विशाल टंडन) डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती नगर स्थित कुशवाहा भवन में बड़े ही उल्लास से मनाई गई। इस अवसर पर पंकज कुशवाहा ने कहा कि रिजर्व बैंक की स्थापना का श्रेय अंबेडकर साहब को जाता है, जो किसी भी राष्ट्र के विकास में अर्थ का महत्वपूर्ण योगदान है। मोहन कुशवाहा ने उनके जीवन परिचय को साझा किया, जिसमें उन्होंने संघर्ष करते हुए बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने अंबेडकर के जीवन और कार्यों पर अपने विचार रखे। डॉ संजय कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा ही वह हथियार है जिससे हम अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझ सकते हैं और राष्ट्र के विकास में योगदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा व शेरनी का दूध है जो पियेगा वह दहाड़ेगा।
रविकांत कुशवाहा और डॉ दिनेश ने कहा कि हमें बाबा साहब से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। विमलेश पटेल और इंजीनियर धनंजय मौर्य, विष्णु कुशवाहा ने कहा कि आज के परिवेश में बाबा साहब पूरी तरह प्रासंगिक हैं। उमेश कुशवाहा, सरदार पारब्रह्म सिंह, मोहम्मद शमी ने कहा कि भारतीय संविधान सभी को पढ़ना चाहिए, जो बाबा साहब के ज्ञान और अनुसंधान का परिणाम है। कोलंबिया विश्वविद्यालय ने उनके ज्ञान को नॉलेज ऑफ सिंबल के रूप में सम्मानित किया है। शशिकांत वर्मा ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया, जिसमें छोटे बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी और कृष्णकांत मौर्य, श्याम नारायण, भारत मौर्य, बदरे आलम और रामफल भारती ने अपने विचार व्यक्त किए।

Author: Pramod Gupta
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