सोनभद्र। डाला (अर्जुन सिंह) सरकार की विकास कारी योजनाओं मएम सेंध लगाना ग्राम पंचायत प्रधान के लिए कोई नई बात नही है। वहीं प्रधान और सचिव ने बंदरबाँट में कोई कोर कसर नही छोड़ा। ऐसा ही मामला विकास खण्ड चोपन में हुआ जिसकी जांच के दौरान पुष्टि भी अधिकारियों ने की। विकास खण्ड चोपन अंतर्गत ग्राम पंचायत हर्रा में पेयजल की समस्या की कमी को दूर करने के नाम पर ग्राम प्रधान एवं सचिव द्वारा रिबोर के नाम पर भष्ट्राचार का खेल बड़े पैमाने पर खेला गया। शिकायत कर्ता की शिकायत पर हुई जांच में तथ्य सामने आया कि वित्तीय अनियमितता में वर्ष 2020-21 में ग्राम पंचायत हर्रा में शिवरतन के घर के पास रिबोर का कार्य बाउचर सं०-5THSPC/2020-21/P/6 से धनराशी 84689 रूपये दिनांक 16.12.2020 को मिलीभगत में निकाल कर खर्च किया गया पुनः फिर से इसी कार्य पर शिवरतन चेरो के नाम पर दुवारा बाउचर सं०- XVFC/2022-23/P/21 से दिनांक 16.02.2023 को 91636 रूपये का फर्जी भुगतान किया गया। इसी प्रकार रामप्यारे गौड़ के घर के पास रिबोर के कार्य पर 16.12.2020 को बाउचर सं०-5THSFC/ -5THSFC/2020-21/P/8 से 82447 रूपये का भुगतान कराया गया तथा दुबारा इसी नाम पर रामप्यारे गौड़ के घर के पास बाउचर सं० XVFC/2022-23/P/50 से धनराशी 92100 रूपये फर्जी तरिके से पंचायत खाते से निकाल कर सरकारी धन की लूट एवं बन्दरबाट किया गया है। इस तरह का दर्जनो फर्जी रिबोर कराकर सरकारी धन बिना कार्य कराए फर्जी रूप से धन आहरण कर शासकीय धन का बंदरबाट किया गया है, जोकि भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है।
इस सम्बंध में सहायक विकास अधिकारी की जांच आख्या से स्पष्ट हुआ ई-ग्राम स्वराज पोर्टल से अभिलेखिय सत्यापन में पाया गया कि शिकायतकर्ता आमिल बेग के द्वारा की गयी शिकायत आंशिक रूप से सत्य है। ग्राम पंचायत हर्रा के वर्तमान ग्राम प्रधान एवं तत्कालीन पंचायत सचिव के द्वारा रामप्यारे के घर के पास हैण्डपम्प रिबोर के कार्य पर पूर्व से हुए भुगतान मु0-82477 रूपये के स्थान पुनः दिनांक- 31.03.2023 को मु०- 92100 रूपये का भुगतान किया गया है, ऐसी स्थिति में रामप्यारे गोड़ के घर के पास हैण्डपम्प रिबोर के कार्य पर पुनः दिनांक 31.03.2023 को मु0-82477 के स्थान पर गु०-92100 का किये गये भुगतान जो नियम विरुद्ध है तथा वित्तीय अनियमित्ता की श्रेणी में आता है, धनराशि वसूली योग्य है।
Author: Pramod Gupta
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