लखनऊ (समर सैम) राजधानी लखनऊ के थाना बंथरा क्षेत्र के हरौनी गांव में 17 वर्षीय 11वीं कक्षा की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया, जबकि उसके चार साथी अब भी फरार हैं। पुलिस ने घायल आरोपी को उपचार हेतु ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, छात्रा बीते सप्ताह स्कूल से घर लौट रही थी, तभी रास्ते में पांच युवकों ने उसे जबरन उठा लिया और सुनसान स्थान पर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। जांच के दौरान आरोपी रवि उर्फ़ छोटू निवासी हरौनी का नाम प्रमुखता से सामने आया। शनिवार देर रात बंथरा पुलिस को सूचना मिली कि रवि बाइक से भागने की फिराक में है। पुलिस ने जब हरौनी मार्ग पर नाकाबंदी की, तो आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और उसे दबोच लिया गया। मौके से एक तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस जघन्य कांड में अन्य चार आरोपी- अमित यादव, गुड्डू उर्फ़ मोनू, राहुल तिवारी और इरफ़ान- की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने पीड़िता को न्याय दिलाने की माँग की है। पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि “दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, और पीड़िता को सुरक्षा व न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।” यह घटना समाज की सोच और प्रशासनिक व्यवस्था पर गहरा प्रश्नचिह्न लगाती है। जहाँ बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा की बात की जाती है, वहीं ऐसे अपराध हमारे सामाजिक ताने-बाने को झकझोर देते हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई निश्चित रूप से सराहनीय है, परंतु ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए परिवार, समाज और शासन- तीनों को मिलकर एक सशक्त सुरक्षा तंत्र बनाना होगा। लखनऊ की यह मुठभेड़ एक सख़्त संदेश देती है- अब अपराधियों के लिए कोई पनाह नहीं।
Author: Pramod Gupta
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