सोनभद्र। थाना पन्नूगंज क्षेत्र के रामगढ़ कस्बे में दिनांक 07 अक्टूबर 2025 (मंगलवार) दोपहर लगभग 2:30 बजे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वायरल वीडियो में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी मुंह में गुटखा दबाए एक ई-रिक्शा चालक से गाली-गलौज और अपमानजनक भाषा में बात करता दिखाई दे रहा है। नंबर प्लेट लगाने के नाम पर हो रही यह बहस खुलेआम सड़क पर होती दिख रही है, जबकि आसपास आम नागरिक मौजूद थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, ट्रैफिक पुलिस द्वारा ई-रिक्शा चालकों से अभद्रता और अवैध वसूली की शिकायतें पहले भी सामने आती रही हैं। सूत्रों के अनुसार, नंबर प्लेट के नाम पर कथित रूप से चालकों से अवैध शुल्क वसूले जाने की बात कही जा रही है, जो कानूनन अपराध है और प्रशासनिक साख पर प्रश्नचिह्न लगाता है। ई-रिक्शा चालक समाज का वह वर्ग है जो मेहनत-मजदूरी से अपनी आजीविका चलाता है।
ऐसे वर्ग के साथ वर्दीधारी कर्मियों का इस प्रकार का व्यवहार न केवल पुलिस की छवि को धूमिल करता है, बल्कि सरकार की सुशासन और जीरो टॉलरेंस की नीति पर भी सवाल खड़े करता है।जनता का कहना है कि जब वर्दीधारी कर्मचारी ही माफियाना अंदाज़ में व्यवहार करें, तो कानून का भय कैसे कायम रहेगा? शासन-प्रशासन की चुप्पी को लोग सिस्टम की मिलीभगत के रूप में देख रहे हैं। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी यातायात डॉ. चारू द्विवेदी ने बताया कि ऐसा वीडियो हमारे संज्ञान में नहीं है यदि आता है तो किसी पुलिसकर्मी का आचरण अनुचित पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। जनता अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपेक्षा कर रही है कि यदि “जीरो टॉलरेंस” नीति वास्तव में लागू है, तो इस घटना पर तत्काल और पारदर्शी कार्रवाई होनी चाहिए। अन्यथा, यह वीडियो प्रदेश में कानून व्यवस्था की साख पर गहरी चोट के रूप में याद किया जाएगा।
Author: Pramod Gupta
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