सोनभद्र /बीजपुर (विनोद गुप्त) नधिरा उपकेंद्र से पोषित ग्रामीण क्षेत्र में अंधाधुंध फाल्ट और अघोषित बिजली कटौती का दंश ग्रामीण उपभोक्ता वर्षो से झेल रहे है। सरकार के मंशानुसार 18 घण्टा बिजली सप्लाई महज जर्जर उपकरण की भेंट चढ़ चुकी है। बितरण निगम के अधिकारी कर्मचारी अपने प्रमोशन और निजीकरण होने से बचाव में सरकार का खजाना भरने में रात दिन वसूली पर लगे हुए हैं। क्या बरसात क्या ठंड क्या गर्मी बिजली सप्लाई में सुधार की बजाय दिन प्रतिदिन हालात बदतर होते जा रहे हैं। रात रात भर बिजली गोल रहता आम बात हो गयी है तो दिन में रात गिरना जंफर इंसुलेटर पंचर ने गर्मी के मौसम में लाइनमैनों की हालत खराब कर दिया है। नधिरा उपकेंद्र से जुड़े लगभग तीस हजार कनेक्शन धारी शिकायत करते थक चुके हैं बिजली के अभाव में बच्चों की पढ़ाई लिखाई घरेलू महिलाओं के किचन आदि के कार्य प्रभावित हो रहे है तो पानी का संकट बिकराल रूप पकड़ता जा रहा है। जर्जर उपकरण बदलने के नाम पर अधिकारी आश्वासन की घुटी पिला रहे हैं।बकरिहवा फीडर में तीन दर्जन गाँवो की हालत यह है कि पिछले महीने से महज चार छह घण्टा ब मुश्किल बिजली सप्लाई मिल पा रही है।उपभोक्ता राहुल सिंह मनोज बद्री रमाशंकर शोभनाथ दयाशंकर शिवकुमार सन्तोष सहित दर्जनों ने कहा कि आगामी 2027 के विधान सभा चुनाव में दुद्धि विधान सभा मे बिजली अहम मुद्दा होगा कहा कि सरकार चौबीस घण्टा बिजली दें अन्यथा किरोसिन तेल दें नही तो बितरण निगम को जल्द से जल्द निजी करण कर ब्यवस्था में सुधार करें। गायब बिजली कब तक आएगी इस पर जेई बिहारी लाल कहते हैं कि जर्जर उपकरण जब तक नही बदला जाएगा यही हालात रहेगें।

Author: Pramod Gupta
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